राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में प्रशिक्षण लेने वाले युवकों को भी मॉडर्न टेक्नोलॉजी से दी जाएगी ट्रेनिंग

   


 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में प्रशिक्षण लेने वाले युवकों को भी मॉडर्न टेक्नोलॉजी से ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए व्यावसायिक शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी आईटीआई को हाईटेक बनाने का स्कीम तैयार की है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सभी 18 मंडलों के एक-एक आईटीआई में स्कीम शुरू होगी। 


सूत्रों के अनुसार यह स्कीम अगले साल अगस्त से शुरू होने वाले सत्र से ही लागू की जाएगी। इसलिए संस्थानों के चयन का काम तेजी से करने को कहा गया है। निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन की ओर से जारी आदेश में चयनित आईटीआई के लिए कंप्यूटर और नए उपकरण खरीदने की अनुमति दे दी गई है। 

व्यावसायिक विभाग के प्रस्ताव के मुताबिक आईटीआई के आधुनिकीकरण में शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण इलाके के संस्थानों को तरजीह दी जाएगी। अभी ग्रामीण इलाके के संस्थानों में प्रशिक्षण लेने वाले युवकों को शहरी क्षेत्र के आईटीआई के छात्रों वाली सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं। ऐसे में ग्रामीण आईटीआई के छात्र पिछड़ जाते हैं। 

 

हाईटेक आईटीआई में कंप्यूटर लैब के साथ हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन की सुविधा मुहैया कराई जाएगी ताकि युवकों को वीडियो, लिटरेचर व पिक्चर के माध्यम से लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की जानकारी दी जा सके। इसके अलावा ई-लेक्चर और मॉडर्न क्लास के साथ ही आधुनिक तकनीक वाले उपकरणों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।