उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सुदृढ़ बुनियादी ढांचे का विकास तथा अनुकूल वातावरण प्रदान कर विश्वस्तरीय स्टार्टअप इकोसिस्टम स्थापित किया

 


उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सुदृढ़ बुनियादी ढांचे का विकास तथा अनुकूल वातावरण प्रदान कर विश्वस्तरीय स्टार्टअप इकोसिस्टम स्थापित किया जा रहा है। कोरोना संकट के बावजूद प्रदेश में एक वर्ष में यानी दिसंबर 2019 से दिसंबर 2020 तक 773 नए स्टार्टअप की स्थापना हुई है। व्यवसाय में सुगमता (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस) में अभूतपूर्व सुधार का स्टार्टअप सेक्टर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।


आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स  विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने बताया कि बीते दो वर्षों में 17 इंक्यूबेटर्स के अलावा नई स्टार्टअप नीति- 2020 के तहत सात नए इंक्यूबेटर्स की स्थापना के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। गैर आईटी क्षेत्रों में भी स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एमएसएमई, खादी, कृषि शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, उच्च एवं प्राविधिक शिक्षा के संस्थानों और शिक्षण संस्थानों में 117 इंक्यूबेटर्स की स्थापना का लक्ष्य तय किया है। नई नीति के तहत प्रदेश में तीन स्टेट ऑफ. आर्ट सेंटर ऑफ  एक्सीलेंस बनाए जाएंगे। मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में पीजीआई लखनऊ में पहला सेंटर ऑफ  एक्सीलेंस स्थापित किया जा रहा है। आर्टिफि शिएल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में आईआईटी कानपुर तथा फिक्की के सहयोग से नोएडा में विकसित किया जा रहा है।


उन्होंने बताया कि स्टार्टअप के रजिस्ट्रेशन के लिए विभाग के पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष में आईटी एवं स्टार्टअप नीति-2017 के तहत इंक्यूबेटर्स एवं स्टार्टअप को 41 लाख 60 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है। आगामी दिनों में 41 लाख 41 हजार रुपये और दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग की ओर से सितंबर 2020 में राज्यों की स्टार्ट अप रैंकिंग में प्रदेश को मर्जिंग स्टार्टअप ईकोसिस्टम श्रेणी में स्थान मिला है।