कानपुर में पुलिस ने मंगलवार रात गोविंदनगर, नौबस्ता और रायपुरवा इलाके में दबिश देकर चार सटोरियों को किया गिरफ्तार


कानपुर में पुलिस ने मंगलवार रात गोविंदनगर, नौबस्ता और रायपुरवा इलाके में दबिश देकर चार सटोरियों को गिरफ्तार किया। दो करोड़ सात लाख 880 रुपये, एक किलो चरस, पासपोर्ट मोबाइल व नोट गिनने की मशीन बरामद की। शहर में सट्टे के मामले में बरामद की गई यह अब तक की सबसे बड़ी रकम है।


एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार और एसपी साउथ डॉ. अनिल कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रात भर दबिश दी। गोविंद नगर से अनिल मीट के मालिक के बेटे सौरभ अरोड़ा, नौबस्ता से स्क्रैप कारोबारी अनिल गुप्ता उर्फ अनीष और उसके नौकर विनय मिश्रा को गिरफ्तार किया।


इसके बाद रायपुरवा के कारवालो नगर से पान-सुपारी के कारोबारी विक्की उर्फ विनय गुप्ता को दबोचा। बुधवार को सभी को जेल भेज दिया। इस साल सट्टे के मामलों में अब तक करीब चार करोड़ की रकम पकड़ी जा चुकी है।

अलग-अलग हुई बरामदगी

एसपी पश्चिम ने बताया कि विनय के घर से सबसे अधिक रकम (एक करोड़ 90 लाख 50 हजार रुपये) और नोट गिनने की मशीन बरामद की गई। सौरभ के घर से दस लाख 6 हजार तीन सौ रुपये व दो अन्य सटोरियों के पास से छह लाख 52 हजार रुपये, चरस, सट्टे की पर्चियां और रजिस्टर मिला। रजिस्टर में हिसाब किताब लिखा था। आरोपी एप के जरिये ऑनलाइन सट्टा खेलते व खिलवाते भी थे।


टेस्ट मैच पर खेला करोड़ों का सट्टा

एसपी साउथ के मुताबिक सटोरिये किसी भी खेल, सेंसेक्स, क्रिकेट बैश जैसे तमाम चीजों पर हर दिन सट्टा खेलते थे। ऑस्ट्रेलिया से हुई टेस्ट सीरीज में करोड़ों रुपये का सट्टा खेला था। सटोरियों का नेटवर्क यूपी के अलावा दिल्ली, राजस्थान समेत अन्य राज्यों में फैला है। पैसों का लेनदेन सोमवार और बुधवार को करते थे।


दिल्ली के सटोरिये से खरीदते थे आईडी

सटोरियों के गिरोह में शामिल आगरा का विक्की व अंकुश फरार हैं। पूरा गिरोह सट्टा खेलता और खिलवाता भी है। ये लोग दिल्ली के कपूर नाम के सटोरिये से पचास से एक लाख रुपये तक में आईडी खरीदते थे। जिसको यहां पर बेचते थे या फिर उसी आईडी पर खुद सट्टा खेलते थे।