कोविड संक्रमण काल में प्रभावित हो रही परिषदीय स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए बीएसए ने अनोखी पहल की शुरू

 


कोविड संक्रमण काल में प्रभावित हो रही परिषदीय स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए बीएसए ने अनोखी पहल शुरू की है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने स्मार्ट फोन नहीं होने से ऑनलाइन शिक्षण में हो रही बच्चों की परेशानी को देखते हुए मोहल्ला पाठशाला कार्यक्रम शुरू कराया है। कार्यक्रम के तहत गुरूजी अब अपने स्कूल में पंजीकृत बच्चों के मोहल्लों में जाकर शिक्षण कार्य करने के साथ मोहल्ले में बच्चों में एकत्र कर पढ़ाएंगे।

परिषदीय स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था बेहतर बनाने की कोशिश में जुटे बेसिक शिक्षा विभाग ने जिले में एक अनोखी पहल शुरू की है। कोरोना संक्रमण में बंद पड़े स्कूल व स्मार्ट फोन नहीं होने से पंजीकृत बच्चों का शिक्षण कार्य प्रभावित हाते देख बच्चों ने बीएसए विनोद कुमार मिश्र ने मोहल्ला पाठशाला कार्यक्रम शुरू किया है।

कार्यक्रम के तहत जिले में संचालित सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल में कार्यरत शिक्षक स्कूल में पंजीकृत बच्चों की सूची तैयार कर उन्हें उनके मोहल्ले में जाकर पढ़ाएंगे। शिक्षक प्रतिदिन मोहल्ला-मोहल्ला जाकर बच्चों को पढ़ाते हुए उन्हें  होमवर्क देकर दूसरे दिन उसका मूल्यांकन करेंगे। प्रतिदिन शिक्षण कार्य के बाद गुरूजी बीएसए को अपनी रिपोर्ट फोटोग्राफ्स के साथ वाट्स एप ग्रुप पर भेजेंगे।

कवायद सफल हो सके इसके लिए बीएसए ने सभी बीईओ को पत्र जारी कर मोहल्ला पाठशाला कार्यक्रम के तहत शिक्षकों द्वारा बच्चों को शिक्षित करने के साथ ही प्रतिदिन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। बीएसए ने मोहल्ला पाठशाला में लापरवाही बरतने की दशा में कार्रवाई की चेतावनी दी है।