गहोलिया गांव में किशोरी के कंकाल मिलने की घटना में परिजनों की भूमिका सवालों के घेरे में


कानपुर देहात में रूरा थाना क्षेत्र के गहोलिया गांव में किशोरी के कंकाल मिलने की घटना में परिजनों की भूमिका सवालों के घेरे में आती जा रही है। यदि पुलिस ने छानबीन कर ली तो घटनाक्रम पलट सकता है।


गांव वाले अब खुलकर बोलने लगे हैं। गांव में घटना की सच्चाई को लेकर चर्चा हो रही है। सोमवार को पुलिस की जांच ऑनर किलिंग के बिंदु पर शुरू हो गई है। ग्रामीणों की मानें तो जमीन के विवाद की खुन्नस में मृतका के पिता ने अपने दोनों सगे भाई ब्रजलाल और जियालाल को बेटी के हत्या का आरोपी बना दिया।
तीनों भतीजों को इसमें शामिल करने की कोशिश में है। ग्रामीणों का कहना है कि आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने में पुलिस से भी जल्दबाजी हो गई। आरोपियों के पास से पुलिस को कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं और न ही घटनाक्रम के बाबत आरोपी कुछ बता सके हैं।
ग्रामीणों की माने तो कोल्ड स्टोर में काम करने के दौरान किशोरी की दोस्ती कंचौसी के एक युवक से हो गई थी। परिजन उसके विरोध में थे। घटना को लेकर गांव में आसपास के गांवों के लोग भी पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे हैं। लोगों ने भी इसमें सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। परिजन की बातों से भी लोगों को संदेह होने लगा है। इधर, आरोपी पक्ष की महिलाएं भी लोगों के सामने अपनी बात रख रही हैं।