बिजली स्मार्ट मीटर बने जी का जंजाल

बिल जमा करने के बाद भी जुड़ नहीं रहे कटे कनेक्शन
केस- एक


उपकेंद्र पर दौड़ती रही महिला
चौक इलाके में रहने वाली अंजुमन बानो की बिल न जमा करने पर बिजली काट दी थी। इनके घर स्मार्ट मीटर लगा था। बिजली कटने के चंद घंटे के बाद ही, उन्होंने पूरा बिल भी जमा कर दिया। लेकिन, उनकी बिजली कई दिन तक नहीं जुड़ी।
केस- दो
देर तक रहे अंधेरे में
कुंडली रकाबगंज निवासी उपभोक्ता उर्मिला का कनेक्शन बिल न जमा करने पर काट दिया गया था। इन्होंने बिल जमा करके उसकी रसीद भी उपकेंद्र को दे दी, लेकिन ऑनलाइन बिजली उनकी जोड़ी नहीं जा सके। काफी देर तक परिवार अंधेरे में रहा।
राजधानी में जिन उपभोक्ताओं के घर में स्मार्ट मीटर लगे, जी का जंजाल बन गए। ये मीटर किसी के घर में तेज चल रहे हैं तो किसी की बिजली कट जाती और बिल जमा करने के बाद भी जुड़ने में कई-कई दिन तक लग जाते हैं। दावा था कि उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने से उन्हें बहुत सहूलियत मिलेगी। लेकिन सब उल्टा हो रहा है। स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं की बिजली काटने और जोड़ने का काम निजी हाथ में होने के कारण लेसा के अधिकारी असहाय हैं। जिसके कारण उपभोक्ताओं को बाकी बिल की रकम जमा करने के बाद कभी-कभी पूरी रात अंधेरे में रहना पड़ता है।
बिजली काटने से परहेज
राजधानी के कई उपखंड अधिकारियों ने बताया कि स्मार्ट मीटर के जरिए उपभोक्ता बिजली का उपयोग कर रहे और उनके बकाया हैं तब भी उनकी बिजली काटने से परहेज कर रहे हैं। वजह उपभोक्ता बिल जमा कर देता है तब भी उसकी बिजली चालू होने में कई घंटे लगा जाते हैं।
नेटवर्क का भी संकट
चौक के उपखंड अधिकारी बीएन सिंह चौहान ने बताया कि घनी आबादी में स्मार्ट मीटर को पर्याप्त नेटवर्क नहीं मिल रहा है। बिजली री कनेक्ट करने के लिए ऑनलाइन कमांड भेजते हैं तो कमजोर नेटवर्क के कारण बिजली चालू नहीं हो पाती।
मांगी है रिपोर्ट
एक पखवाड़े के भीतर जितने भी स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की बिजली बिल जमा करने की बाद देर से चालू हुई है, उसकी सभी अधिशासी अभियंताओं से रिपोर्ट मांगी गई है। इसे उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा।
- मधुकर वर्मा, मुख्य अभियंता लेसा सिस जोन