प्रतापगढ़ के उप जिलाधिकारी विनीत कुमार उपाध्याय को शासन ने किया निलंबित


प्रतापगढ़ के उप जिलाधिकारी विनीत कुमार उपाध्याय को शासन ने निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई अनुशासनहीनता के आरोप में की गई है।


प्रतापगढ़ में अतिरिक्त एसडीएम विनीत उपाध्याय अपने परिवार के साथ शुक्रवार सुबह धरने पर बैठ गए थे। अतिरिक्त एसडीएम ने डीएम समेत कई अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। डीएम समेत कई अफसरों ने विनीत उपाध्याय को समझाने की कोशिश की पर वे पीछे नहीं हटे। 
एसडीएम विनीत उपाध्याय के धरने पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सत्रोहन वैश्य ने बताया कि जब विनीत उपाध्याय एसडीएम लालगंज के रूप में कार्यरत थे। उस समय उनका अधिवक्ताओं के साथ विवाद हुआ था। जिसकी जांच प्रशासन ने सत्रोहन वैश्य को करने के लिए कहा था। उन्होंने जांच कर रिपोर्ट प्रशासन को भेज दी थी। प्रशासन ने एसडीएम को जवाब देने को दो-तीन दिन पहले नोटिस दिया था। जिसके बारे में उन्हें अवगत कराया गया था।
एसडीएम विनीत उपाध्याय द्वारा जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में धरना देने की जानकारी के बाद डीएम आवास गेट पर भीड़ जुटने लगी। प्रतापगढ़ में डीएम डॉ. रुपेश कुमार आवास पर धरने पर विनीत उपाध्याय के बैठने के बाद उनको मनाने के लिए प्रतापगढ़ का जिला प्रशासन काफी देर तक लगा रहा।


डीएम डॉ. रूपेश कुमार के साथ एडीएम फाइनेंस तथा अन्य अधिकारी काफी देर तक उनकी नाराजगी का कारण जानने में लगे रहे। करीब चार घंटे के बाद एसडीएम विनीत उपाध्याय ने धरना समाप्त किया। वह डीएम और एडीएम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा कर धरने पर बैठे थे। प्रतापगढ़ के लालगंज में पट्टा आवंटन मामले में भ्रष्टाचार राने के मामले से खफा विनीत उपाध्याय को डीएम की तरफ से पूरे प्रकरण की जांच कराने का आश्वासन मिला। इसके बाद वह पत्नी के साथ धरना से उठ गए।