राजधानी दिल्ली एक दिन में कोरोना वायरस का टुटा रिकॉर्ड 1877 नए मामले वहीं आज 65 की मौत


दिल्ली में कोरोना वायरस की स्थिति भयंकर रूप लेती जा रही है। गुरुवार को राजधानी में कोरोना के रिकॉर्ड 1877 नए मामले सामने आए, जबकि 486 संक्रमित डिस्चार्ज होकर घर वापस भेज दिए गए। वहीं आज 65 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। यह एक दिन में दिल्ली में मिलने वाले संक्रमितों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।


इसी के साथ दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34,687 पहुंच गई है, जिनमें से 20,871 एक्टिव मामले हैं। अब तक कुल 12,731 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि 1085 मौत हो चुकी है।
 
वहीं दिल्ली हाईकोर्ट ने राजधानी में कोरोना महामारी के बिगड़ते हालात को देखते हुए आज कड़ी टिप्पणी की है। निजी अस्पतालों को कोरोना जांच की अनुमति देने का अनुरोध करने वाली अर्जी पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि दिल्ली तेजी से देश की 'कोरोना कैपिटल' बनने की ओर बढ़ रही है। अब समय गवाएं बिना निजी अस्पतालों की लैबों को कोरोना वायरस जांच की अनुमति देना समय की जरूरत है, इसके बिना इस उपाधि से छुटकारा असंभव है।
न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की खंडपीठ ने कहा कि कोविड-19 जांच के लिए सक्षम व आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त निजी लैबों को जांच की अनुमति देना समय की जरूरत है। 


इसके साथ ही दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को अस्पताल के रूप में परवर्तित किए जाने के लिए प्रस्तावित दो होटलों के निरीक्षण के लिए डॉक्टरों की एक समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं। यह समिति न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित सूर्या होटल और ओखला स्थित क्रउन प्लाजा होटल का जायजा लेगी और बतौर कोविड-19 अस्पताल इनका प्रयोग किए जाने के लिए उपलब्ध सुविधाओं की रिपोर्ट देगी।


इसके लिए हाईकोर्ट ने एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल से इस कार्य के लिए आग्रह किया है।