कोरोना महामारी का सियासी लाभ लेना चाहती है भाजपा सरकार : अखिलेश यादव


समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार शुरुआत से ही कोरोना महामारी का राजनीतिक लाभ लेना चाहती है। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने में सरकार को जितनी जिम्मेदारी से कदम उठाने चाहिए थे, वैसा नहीं किया। केंद्र की भाजपा सरकार ने आर्थिक पैकेज भी उन्हीं को दिया है, जिन्होंने अभी तक अर्थव्यवस्था को डुबाया है। इस पैकेज से मजदूरों, किसानों और गरीबों को क्या मिला?


अखिलेश ने बयान में कहा कि यह सरकार विपक्ष के सुझाव नहीं सुनती। पहले ताली और थाली बजवाई। परिस्थितियां विस्फोटक हो गईं तब विशेषज्ञों ने राय दी तो आनन-फानन में लॉकडाउन कर दिया। सरकार ने गरीबों, मजदूरों के बारे में सोचा ही नहीं। गरीब, मजदूर भूखे मर रहे हैं। किसान आत्महत्या करने पर विवश हैं। प्रदेश में गन्ना किसानों का बकाया मूल्य 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुका है।
छह सालों में अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया गया
अखिलेश ने कहा, भाजपा सरकार में पिछले 6 सालों में अर्थव्यवस्था को पहले ही बर्बाद कर दिया था। कोविड-19 के बाद अर्थव्यवस्था में बड़ी गिरावट है। सभी कारोबार में भीषण मंदी है। डिफेंस कॉरिडोर के नाम पर किसानों की हजारों हजार एकड़ जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। यह सब उद्योगपतियों को दी जाएंगी।


सपा अकेले लड़ेगी 2022 का चुनाव
सपा अध्यक्ष ने कहा, पार्टी के बड़े नेताओं की राय है कि अब किसी भी दल के साथ समझौता नहीं करेंगे। 2022 में अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा, भाजपा राजनीतिक साजिश करती रहती है, अफवाहें फैलाती है। इससे जनता को सावधान रहना पड़ेगा। हमारा मुख्य लक्ष्य उत्तर प्रदेश में कुशासन का पर्याय बन चुकी भाजपा सरकार को हटाना है।