लखनऊ के हजरतगंज में गोमती बैराज पर शुक्रवार सुबह केजीएमयू की 22 वर्षीय नर्सिंग छात्रा शिवाली श्रीवास्तव का शव मिलने से हड़कंप मच गया। पीजीआई के वृंदावन योजना में रहने वाली शिवाली गुरुवार सुबह क्लास की बात कहकर स्कूटी से घर से निकली थी। शाम को उसने फोन कर हॉस्टल में दोस्त के रूम में ठहरने की बात कही।
इसके बाद उसका परिजन से संपर्क नहीं हुआ। शुक्रवार सुबह घरवालों ने उसकी गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई। पुलिस छानबीन कर ही रही थी कि गोमती बैराज में शिवाली का शव उतराता मिला। उसकी स्कूटी बैकुंठधाम के पास लावारिस खड़ी हुई थी। परिजनों ने शिवाली के साथ अनहोनी और उसकी हत्या की आशंका जताई है।
हजरतगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह का कहना है कि कोरोना की जांच के बाद शनिवार को शव का पोस्टमार्टम होगा, तब मौत की वजह स्पष्ट होगी। पुलिस ने बताया कि शिवाली के पिता उमेश चंद्र श्रीवास्तव केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से सेवानिवृत्त हैं। वह मूलरूप से बहराइच के रहने वाले हैं, लेकिन कई वर्षों से यहां वृंदावन योजना में पत्नी इंदु, बेटे चित्रांश, जतिन और बेटी शिवाली के साथ रह रहे हैं।
रात करीब सवा नौ बजे आखिरी बार मां से हुई थी बात
शिवाली केजीएमयू से नर्सिंग फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रही थी। गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे वह क्लास अटेंड करने की बात कहकर घर से निकली। दिन में कई बार परिवारवालों से बात हुई। उसने रात को हॉस्टल में रहने वाली सहेली आकांक्षा के साथ रुकने की बात कही। रात करीब सवा नौ बजे आखिरी बार उसकी मां से फोन पर बात हुई।
इसके बाद शिवाली की कोई खबर नहीं मिली। परिजन फोन करते रहे, पर संपर्क नहीं हो सका। शुक्रवार सुबह तक कुछ पता नहीं चला तो उमेश श्रीवास्तव ने चौक कोतवाली में बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई। इस बीच करीब 11 बजे गोमती बैराज में युवती का शव मिलने की सूचना पाकर वह परिजन के साथ मौके पर पहुंचे तो होश उड़ गए।
नदी में उतरा रहा शव शिवाली का ही था। पुलिस को बैकुंठधाम के सामने ही उसकी स्कूटी लावारिस हालात में मिली। डीसीपी पश्चिम सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी का कहना है कि शिवाली ने खुदकुशी की या उसके साथ कोई अनहोनी हुई है? इसकी पड़ताल की जा रही है।
केजीएमयू में भी हलचल
नर्सिंग छात्रा का शव मिलने की खबर से केजीएमयू में भी हलचल मच गई। छात्रा के साथ पढ़ने वाली छात्राओं में दहशत है। बताया जाता है कि शिवाली श्रीवास्तव गुरुवार को कॉलेज से दोपहर बाद चली गई थी। उसके बाद कोई जानकारी नहीं मिली। पुलिस ने केजीएमयू प्रशासन से संपर्क किया तो पता लगा कि वह यहां आई थी, लेकिन दोपहर बाद चली गई।
पुलिस को करेंगे सहयोग
छात्रा के गायब होने के बारे में पुलिस से जानकारी मिली है। पुलिस जांच कर रही है। यदि यूनिवर्सिटी से संबंधित किसी तथ्य पर जानकारी मांगी जाएगी तो केजीएमयू प्रशासन उसमें सहयोग करेगा। - डॉक्टर आर एएस कुशवाहा, चीफ प्रॉक्टर, केजीएमयू
आकांक्षा नाम की तीन छात्राएं मिलीं, पर किसी के साथ नहीं थी शिवाली
केजीएमयू की नर्सिंग छात्रा शिवाली श्रीवास्तव की मौत की पुलिस पड़ताल में जुटी है। केजीएमयू के चौकी प्रभारी ने बताया कि जानकारी में पता चला है कि शिवाली यूनीफॉर्म पहनकर घर से निकली थी। परिजनों का कहना है कि नदी से शव निकालने पर उसके पैर में चोट दिखी, जिससे खून निकल रहा था। उसके कपड़े भी फटे थे, जो अनहोनी की तरफ इशारा कर रहे हैं। शव देखकर ऐसा लग रहा था जैसे सुबह ही उसकी मौत हुई हो।
पुलिस ने आकांक्षा से संपर्क करने का प्रयास किया तो इस नाम की तीन छात्राएं निकलीं। तीनों में से किसी ने भी शिवाली के रूम में ठहरने की बात से इंकार कर दिया। पुलिस का मानना है कि शिवाली ने परिजनों से हॉस्टल में सहेली के साथ रुकने की झूठी जानकारी दी थी।
गायब था मोबाइल फोन, बैग और स्कूटी की चाबी
शिवाली का बैग, मोबाइल फोन और स्कूटी की चाबी पुलिस को नहीं मिली है। परिजनों का कहना है कि स्कूटी के अलावा उसका सारा सामान गायब है, जिसके पीछे कोई गहरी साजिश हो सकती है।
अमेरिका में पढ़ाई कर रहा है बड़ा भाई
शिवाली का बड़ा भाई चित्रांश अमेरिका में पढ़ाई कर रहा है। वह किसी कोर्स के लिए कोलकाता आया था और लॉकडाउन में वहीं फंस गया। बहन की मौत की खबर सुनते ही वह लखनऊ को रवाना हो गया। परिजनों का कहना है कि शिवाली खुदकुशी नहीं कर सकती। जरूर उसके साथ कुछ गलत हुआ है।
मेधावी थी छात्रा, छह माह पहले बनी थी बेस्ट स्टूडेंट
मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस
शिवाली का मोबाइल फोन गायब है, लेकिन नंबर के आधार पर पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल निकलवा ली है। अधिकारियों ने बताया कि कुछ नंबर मिले हैं जिस पर शिवाली की कई बार बातचीत हुई है। इनसे संपर्क कर पूछताछ की जा रही है।
खंगाली जा रही सीसीटीवी कैमरों की फुटेज
पुलिस की टीमें केजीएमयू से बैकुंठधाम तक के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। अधिकारियों ने बताया कि कैमरों की फुटेज से यह पता चल सकेगा कि शिवाली अकेले थी या नहीं। वह कितने बजे केजीएमयू से निकली और कितने बजे बैकुंठधाम पहुंची? इस बारे में भी जानकारी मिल सकेगी।
शिवाली पढ़ने में तेज थी। वह हमेशा क्लास में अव्वल आती थी। परिजनों ने बताया कि छह महीने पहले ही उसे बेस्ट स्टूडेंट का खिताब मिला था। डीन ने उसे सम्मानित किया था। पुलिस ने बताया कि छात्रा का शव पानी से निकाला गया तो उसने केजीएमयू का एप्रन पहना था। एप्रन में उसके नाम के साथ लगे केजीएमयू के बैज से उसकी शिनाख्त हुई।