ब्यूरो प्रमुख पीलीभीत प्रमोद श्रीवास्तव
पीलीभीत। लाॅकडाउन लगने से पहले कोई भी त्यौहार नजदीक आते ही प्रतिबंधित पोलीथिन को लेकर प्रशासन बाजारों में जमकर छापा मारी करता था फूड विभाग के अभिहीत अधिकारी शशांक त्रिपाठी और सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में वाकायदा समय-समय पर शहर और जिले में छापा मार अभियान चलता रहता था इस दौरान भारी मात्रा में थोक व फुटकर पोलीथिन बरामद कर जप्त भी की गई। व्यापारी पर जुर्माना भी लगाया गया लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते 24 मार्च को लाॅकडाउन लगा दिया गया जिसे जनता कर्फ्यू नाम दिया गया। फिर प्रशासन ने जनता की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए जरूरी रोजमर्रा की बस्तुओ सब्जियां दूध बगैरा सामान की डोर टू डोर उनके पास पहुँचने की व्यवस्था की। थोङे दिनों बाद प्रशासन ने थोड़ी छूट दी किराना की दुकानों के लिए और फिर जब बंद पोलीथिन का स्टॉक धीरे धीरे निकलना शुरू हुआ तो पोलीथिन फिर चलन में आ गई। आज आप लाॅकडाउन खुलने के समय में देख सकते हैं कि हर कोई सामान पोलीथिन में लिए चला आ रहा है। चाहे किराना स्टोर की दुकान हो या सब्जी का ठेला हो फल का ठेला हो सबके सब पोलीथिन रख रहे हैं छुपा के। शायद लाॅकडाउन के चलते प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं गया है लेकिन प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए। पोलीथिन का इस्तेमाल जनता के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है।
पीलीभीत लाॅकडाउन में प्रतिबंधित पॉलिथीन का जमकर हो रहा उपयोग। प्रशासन मौन