ग्राम प्रधानों ने अपने चहेतों का नाम भर दिया और क़िया कागज कोरम पूरा।
हर गरीब के खाते मे यह राशि पहुंचने का आया था योगी सरकार का फरमान।
योगी सरकार का फरमान गरीबों के लिए बेहद काफी सराहनीय हैजो कि इस फैली महामारी क़ी कोरोना बीमारी मे ही यह योजना का लाभ देने का फैसला क़िया ! लेकिन गांव के प्रधान के योगी सरकार द्वारा दिए जाने वाला 1000रु .क़ी सहयता राशि वास्तव मे अभी भी गरीब परेशान हाल हैं उनके खाते मे एक भी रुपए का कोई मदद राशि नहीं भेजा गया है क्योंकि अभी भी गरीब उस धन क़ो पाने के लिए प्रधान के घर का चक्कर काट रहे हैँ! जबकि सरकार द्वारा दिए गए धन क़ो कागज कोरम पूरा करने के लिए प्रधान क़ो कहीं और गरीब क़ो ढूंडने जाने क़ी जरूरत नहीं पड़ी है ! गांव मे वैसे तो दर्जनो ऐसे घर हैँ जहाँ गरीबी क़ी दंश झेल रहे हैँ और जो रोज मर्रा क़ी इस दुनियाँ मे रोज कमाना खाना का जीका चल ही जाता था लेकिन इस लॉक डाउन मे उनमे गरीबी का और बोझ टूट पड़ा है वैसे खाने पीने के लिए योगी सरकार ने हर गरीब मजदूर के खाते मे 1000रु.क़ी धन राशि ग्राम प्रधान और नगर विकास क़ो जल्द ही गरीब क़ो चिन्हित कर उनके खाते मे यह धनराशि पहुंचाया जाय , इधर ग्राम प्रधान हैँ कि गांव मे दर्जनो ऐसे गरीब हैँ मजदूर हैँ जिनके पास सेवाए काम किए बिना घर का खर्च पूरा नहीं कर सकते हैँ ! लेकिन ग्राम प्रधान ने गरीब मजदूर क़ो ढूंढ़ने मे बजाए अपने खास खास रिश्तेदार और घर वालों के ही खाते मे यह धन देकर आय धन कागज कोरम पूरा कर लिया है कुछ एक छोड़ ज्यादा तर प्रधान अपने खास लोगों के खाते मे धन भेजने क़ी सूची विभाग क़ो भेजी है ! इस मे आगामी चुनाव के ख्याल से भी ग्राम प्रधान ने गरीब क़ो वंचित कर अपने खास क़ो तरजीह दी है जो चुनाव के समय उनका सहयोगी बन सकें ! लेकिन खास जो वास्तव मे गरीब हैँ वह अभी भी इस लाभ से वंचित है ! या फिर वह इस लाभ के पाने से अन्जान है ।