"दबंग बालू माफिया ने लगाया धर्म काटा बेबस है प्रशासन"
थाना चौकी पुलिस के साथ खनन अधिकारी तक पहुँचता है लाखो रुपया महीना।
कौशाम्बी। जिले के यमुना नदी के घाटो से बालू का अवैध खनन रूकने का नाम नही ले रहा है जिला प्रशासन बार बार अवैध खनन को रोकने का निर्देष दे रहे हैं लेकिन खनन अधिकारी ने बालू माफियाओ के आगे घुटने टेक दिये है जिससे खनन का खेल बदस्तूर जारी है। ताजा मामला सराय अंकिल थाना क्षेत्र के तिल्हापुर गांव से यमुना नदी से बालू के अवैध खनन का है। जिले में इस बालू माफिया के पास खनन का पट्टा भी नही है।
सरकारी कार्यालयो से खनन की अनुमति न मिलने के बाद भी बालू माफिया द्वारा पूरे दिन बालू का खनन कराया जाता है स्थानीय पुलिस चौकी थानेदार सराय अंकिल क्षेत्राधिकारी कार्यालय और खनन अधिकारी अवैध बालू खनन पर तिजोरी भर रहे है
आखिर जब जिम्मेदारो की संलिप्तता होगी तो अवैध खनन पर रोक कैसे लगेगी यह योगी सरकार की व्यवस्था पर बडा सवाल है लेकिन महीनो से हो रहे अवैध खनन को रोकने का तनिक भी प्रयास नही हुआ है। सूत्रो की माने तो करोडो रूपये प्रतिदिन की अवैध तरीके से बालू यमुना नदी से निकाली जा रही है।
गौरतलब है कि बालू के अवैध निकासी का खेल कई दशक पुराना है और देखते देखते बालू माफिया अकूत सम्पत्ति के धनी बन चुके है पर्दे की ओट से अधिकारी बालू माफियाओ का संरक्षण करते है तिल्हापुर गांव के यमुना नदी के घाट से प्रतिदिन चार सौ से पांच सौ ट्रक और ट्रैक्टर बालू की निकासी हो रही है।
अवैध बालू निकासी की यदि बाजारू कीमत की बात करे तो तिल्हापुर घाट से प्रतिदिन करोडो रूपये की बालू अवैध तरीके से निकल रही है। इन बालू माफियाओ को पर्दे की ओट से सत्तासीनो का भी संरक्षण प्राप्त है जिससे प्रशासन के कुछ नुमाइदें तो माफियाओ से नोट लेकर मालामाल हो रहे है और कुछ नुमाइदे नेताओ के कुचक्र को लेकर बालू माफियाओ पर कार्यवाही का साहस नही जुटा पा रहे है।