कौशाम्बी। मंझनपुर कोतवाली के पाता गांव में मॉं साधना देवी विधवा और उसकी बेटी पर हमला किया गया है जिससे दोनो को चोटे है मामले की सूचना पीडित परिवार ने पुलिस को दी है।
जानकारी के मुताबिक पाता गांव निवासी गोवर्धन की दो बेटिया थी लेकिन उन्होने अपनी सम्पत्ति बेटियो को देने के बजाय अपने दो नातियो वीरेन्द्र कुमार पुत्र बाबू लाल और बनवारी लाल पुत्र छेदी लाल के नाम 15/04/1971 बही नम्बर 1/3 जिल्द संख्या-5 पृष्ठ संख्या 44 से 46 के क्रमांक 1 पर उप निबन्धक कार्यालय मंझनपुर में वसीयत कर दी गयी है। बनवारी लाल ने अपनी सम्पत्ति बेच ली है और अब नाना की सम्पत्ति में वीरेन्द्र काबिज थे बीते दिनो वीरेन्द्र की मौत हो गयी जिससे वीरेन्द्र की पत्नी साधना अपने पति की सम्पत्ति की मालकिन बनी।
साधना का मकान कच्चा होने पर उसे प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ उसने आवास बनाने की शोची लेकिन साधना की सास कृष्णा देवी उसके देवर राजकुमार वीरू देवरानी संगीता गीता आदि ने रणनीति बनाकर जिलाधिकारी को झूठी सूचना देकर उसका प्रधानमंत्री आवास का पैसा सीज करा दिया।
फिर भी विधवा साधना ने घर में दिवार का गढढा कर मकान बनाने की सोची जिस पर उसकी सास देवर देवरानी ने साधना और उसकी बेटी पर लात घूसो डंडो से हमला कर दिया जिससे मॉ बेटी घायल हो गयी आरोप है कि बेटी सोनी का कपडा वीरू ने फाड दिया है। मामले की सूचना पुलिस को दी गयी है।