हक की कानूनी लड़ाई में आ गयी आर्थिक तंगी
कौशाम्बी। अपने खेत से होकर जबरन बनाये गए रास्ते को हटवाने के लिए दो साल से लगातार मुकदमेबाजी से एक गरीब परिवार आर्थिक रूप से परेशान हो गया था। जिसकी जानकारी कौशांबी जनपद के असहाय मदद की मुहिम चलाने वाले समाजसेवी विनोद मौर्य को हुई। उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद के लिए सोशल मीडिया ग्रुप के माध्यम से मुहिम चलाई जिसका परिणाम रहा कि गरीब परिवार की मदद को समाजसेवियों ने सहयोग किया। जो सहयोग से धनराषि एकजुट हुई उसको परिवार को जाकर सौंप दिया गया।बता दें कि सदर कोतवाली के निजामपुर नौगिरा गांव के कमलेश मौर्य शहर में रहकर रोजी रोटी का इंतजाम करते थे। उनका गांव से बाहर एक खेत है जिस पर प्रधान ने जबरन खेत के बीच से होकर मिट्टी डलवा दिया था गरीब ने इसका विरोध किया लेकिन कुछ भी नहीं हुआ।आखिरकार परेशान कमलेश मौर्य अपने खेत की हक बंदी के लिए न्यायालय में वाद दायर किया न्यायालय के आदेश पर कमलेश के खेत की हकबंदी कर पत्थर गढ़ी की गई। साथ ही जिस पर जांच में यह आया कि यह जो खेत के होकर मिट्टी डाली गई है यह गलत है कानूनगो और हल्का लेखपाल ने मौके पर आकर पत्थर गढ़ी करा दिया पत्थर गढ़ी कराने के बाद गांव के दबंगों ने सभी पत्थरों को उखाड़ दिया जिसकी शिकायत दुबारा पुलिस अधीक्षक से की गई लेकिन मामले का हल नहीं निकला समाजसेवियों की मदद से कमलेश मौर्य उस रास्ते को जेसीबी से हटवा दिया दो साल से लगातार कानूनी पेच में परेशान होकर कमलेश का परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था मामले की जानकारी सहारा मैनेजर वह समाजसेवी विनोद मौर्य व पत्रकार रतीभान मौर्य को हुई। परिवार की मदद के लिए मुहिम चलाई गई 40 लोगों ने मिलकर कमलेश के परिवार को 15750 की मदद की है।
जिसको विनोद मौर्य,सर्वोदय जूनियर हाईस्कूल प्रबंधक गिरसा भरवारी जितेन्द्र कुमार मौर्य, शिवबाबू मौर्य,मुन्ना मौर्य, विजय कुमार, दहकती खबरें हिन्दी दैनिक कौशाम्बी जिला प्रमुख संवाददाता शिवसागर मौर्य ,मयंक मौर्य, सोनू मौर्य, अनुज मौर्य समेत दर्जनों लोग जाकर सौपा।