संदिग्ध परिस्थितियो में जेल कैदी की मौत


 कैदी मुन्ना सिंह के भाई और पिता को विरोधियो ने गोलियो से भूनकर उतारा था मौत के घाट


बहन के ससुर की हत्या की सजा काट रहा था कैदी मुन्ना सिंह 


कौशाम्बी। हत्या के जुर्म में जेल में सजा काट रहे प्रमेय सिंह उर्फ मुन्ना सिंह कैदी की हालत बेहद खराब होने पर उसे इलाज के लिए पुलिस जिला अस्पताल लेकर आयी लेकिन समय कम होने के चलते जिला अस्पताल में कैदी को ठीक से इलाज भी नही मिल पाया और उसकी मौत हो गयी है


 सूचना पाकर कैदी के परिजन रिश्तेदार जिला अस्पताल पहुच गये है। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है। मृतक कैदी के परिजनो का कहना है कि जेल प्रशासन इस मौत का जिम्मेदार है


 इसके पहले भी जेल में कई कैदियो की मौत हो चुकी है। कुछ मामलो में तो जेल प्रशासन पर हत्या किये जाने का आरोप भी लग चुका है। 


 जानकारी के मुताबिक पिपरी थाना क्षेत्र के तिल्हापुर निवासी श्याम लाल की दस वर्षो पूर्व हत्या कर दी गयी थी श्याम लाल की हत्या में उनका बेटा प्रदीप सिंह के साथ प्रदीप सिंह का साला मुन्ना सिंह उर्मेष सिंह और प्रदीप सिंह के ससुर राजाराम सिंह को श्याम लाल की हत्या का जिम्मेदार माना गया था 


इसी मामले में लगभग 8 वर्षो पूर्व जिला कचेहरी से पेशी कर वापस घर लौट रहे बाप बेटे को कोखराज थाना क्षेत्र के सिघिंया पुलिस चौकी अन्तर्गत बिसारा टावर के पास गोलियो से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया था इस घटना में राजाराम और उर्मेष सिंह की हत्या हुयी थी। 


श्याम लाल के हत्या में बीते दिनो आरोपियो को सजा हो गयी और इसी सजा में मुन्ना सिंह उम्र 48 वर्ष पुत्र राजाराम निवासी कसिया मूरतगंज थाना कोखराज जेल में सजा काट रहे थे। रविवार को गम्भीर अवस्था में मुन्ना सिंह को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया जहॉ इलाज शुरू होते ही मुन्ना सिंह की मौत हो गयी है। 


परिजनो का कहना है कि मुन्ना सिंह के पेट और नाजुक अंगो में जेल के भीतर प्रहार किया गया है जिससे अधिक चोट लग जाने के कारण उनकी मौत हुयी है।