अझुवा स्थित गौशाला के लिए नही चिन्हित कर पा रहे है अधिकारी भूमि

*बजट अवमुक्त होने के बाद तहसील प्रशासन ने छीनी जमीन* अझुवा, कौशाम्बी। अझुवा नगर पंचायत में अस्थायी गौशाला से स्थायी गौशाला बनाये जाने के लिए तीन महीने पूर्व अराजी संख्या 372 चिन्हित कर शासन को सूचना भेज दी गयी इसी भूमि पर गौशाला निर्माण के लिए शासन ने 159.51 लाख रूपये की रकम स्वीकृत कर योजना की आधी रकम अवमुक्त कर दी। लेकिन बजट मिलने के बाद भी गौशाला निर्माण नही शुरू हो सका। 


जिस भूमि पर गौशाला निर्माण कराये जाने के लिए शासन को रिर्पोट भेजी गयी थी उस भूमि पर किसान ने अपनी बताते हुए विवाद खडा कर दिया और किसान की रिट याचिका पर सुनवायी करते हुए अदालत ने किसान की भूमि का पैमाइश करने का निर्देश दे दिया जिसके चलते इस भूमि पर गौशाला निर्माण अधर में लटक गया। 


आवारा पशुओ की समस्या से किसानो की परेशानी दूर करने के लिए अस्थायी और स्थायी गौशालाओ को योगी सरकार ने खोल तो जरूर दिया है। लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही से किसानों की समस्या जस की तस बनी हुई है इसी क्रम में नगर पंचायत अझुवा के वार्ड 2 में अस्थायी गौशाला खुला है जहॉ 15 आवारा गोवंश है जबकि अझुवा नगर पंचायत के हर गली मोहल्लो खेतो मुख्य मार्गो में दर्जन आधा दर्जन झुण्ड में गोवंश घूमते लोगो पर हमला करते किसानो की फसल को बर्बाद करते देखे जा रहे है।


 योगी सरकार ने तीन महीने पूर्व कान्हा गौशाला/पशु शेल्टर होम अझुवा में निर्माण कराये जाने हेतु डेढ करोड से अधिक की रकम स्वीकृत कर 80 लाख की रकम अवमुक्त कर दी निर्माण का टेण्डर भी हो चुका है। लेकिन अभी तक गौशाला के लिए तहसील प्रशासन द्वारा भूमि का चयन नही किया गया है।


 उप जिलाधिकारी सिराथू की लापरवाही के चलते अझुवा नगर पंचायत के गौशाला का निर्माण अधर में लटक चुका है और इसी के चलते कस्बे के एक मुंडेर विहीन कुआ में गिरने से कई पशुओ की मौत हो चुकी है जो गम्भीर विषय है।