आखरी सांस तक पार्टी के लिए करूंगा संघर्ष- भगवान पुरी

कौशाम्बी भारतीय जनता पार्टी के लिए अपनी आधी से ज्यादा जिंदगी बिताने वाले भगवान पुरी को इस बात का जरूर मलाल है कि उन्हें पार्टी में पद नहीं मिला। हालांकि इस बार पार्टी नेताओं से मिलने के बाद उन्हें इस बात की बड़ी आशा थी कि पिछले दिनों से जिले की जिला अध्यक्ष को लेकर जो परिणाम आने वाला था वह उनके पक्ष में होगा लेकिन जैसे ही जिला अध्यक्षी  का ताज अनीता त्रिपाठी के सिर बंधा उन्हें कुछ मायूसी तो हाथ लगी लेकिन उन्हें इस बात का बिल्कुल मलाल नहीं की इस बार भी पार्टी में उन्हें पद की जगह नहीं मिली। एक भेंट वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि मेरा परिवार भले इस बात से मलाल जरूर कर रहा है कि उन्हें जिला अध्यक्ष का ताज नहीं मिला लेकिन मैं हमेशा पार्टी के लिए संघर्ष किया हूं और आखरी सांस तक करता रहूंगा । बहरहाल कुछ भी हो पार्टी के अंदर रहकर भगवान पूरी ने हमेशा पार्टी को मजबूत करने का काम किया है। यहां यह जरूर बताना जरूरी होगा कि पिछले दिनों से जिला अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर जिले के तमाम दिग्गज अपने-अपने दांव पेच लगा रहे थे लेकिन जिला अध्यक्ष की कुर्सी पार्टी हाईकमान अनीता त्रिपाठी को सौंपा है। वह बात अलग है कि कुछ जिला अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर पार्टी से नाराज हैं तो कुछ ऐसे भी पार्टी के नेता है जो जरा सा मलाल करने के बाद भी पार्टी में रहकर पार्टी के लिए आखरी सांस तक संघर्ष करने का बीड़ा उठाए हैं।