लाखों रुपए के गबन के आरोपी सिक्रेटरी और प्रधान पर कार्यवाही को भूले आला अधिकारी

कौशांबी।  जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में सरकारी धन से कराए जा रहे विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर गोलमाल किये जाने की शिकायतें लगातार आ रही हैं शिकायतों पर जांच के बाद तमाम प्रकरण पर सरकारी धन के गबन के आरोप की पुष्टि भी जांच अधिकारी द्वारा की जा रही है लेकिन दोषियों के ऊपर कार्यवाही होती नहीं दिख रही है


 ताजा मामला नेवादा विकासखंड के चंदू पुर अमर रायन ग्राम पंचायत से जुड़ा हुआ है ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान किसी गंभीर अपराध के आरोप में गिरफ्तार होकर जेल जा चुके हैं जिस पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने गांव में तीन सदस्यीय टीम गठित कर विकास कार्यों को कराए जाने का जिम्मा टीम को सौंप दिया सरकारी खजाने क्या चार्ज मिलते ही तीन सदस्यीय
 टीम ने रातों रात मालामाल होने की नियत बनाकर सरकारी खजाने को चूना लगाना शुरू कर दिया इस मामले की फिर शिकायत हुए शिकायत की


 जांच के दौरान अधिकारियों ने गंभीर भ्रष्टाचार पकड़ा और जांच रिपोर्ट में आरोप लगाते हुए लाखों रुपया गबन का आरोपी पाया प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर जांच अधिकारियों ने कार्यवाहक प्रधान शशी त्रिपाठी ग्राम विकास अधिकारी जयसिंह को दोषी मानकर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंप दी 


जिस पर जिलाधिकारी द्वारा 30 अक्टूबर को पत्र जारी करते हुए पंचायत राज अधिनियम की धारा 272 के अंतर्गत उनसे 15 दिन का समय देकर जवाब मांगा अब इस प्रकरण पर आगे क्या कार्यवाही हुई विभाग की पत्रावली में कैद होकर रह गई है 


धीरे धीरे पत्र जारी हुए एक महीने बीत गए लेकिन सरकारी धन के गबन के आरोपी  ग्राम प्रधान शशी त्रिपाठी और ग्राम विकास अधिकारी जयसिंह पर चेतावनी के बाद अभी तक मुकदमा नहीं दर्ज हो सका है इन आरोपियों के बैंक खातों को भी सील कर सरकारी रकम बचाने का प्रयास अभी तक शुरू नहीं हुआ है जिससे पंचायत विभाग के अधिकारियों की निष्ठा सवालों के घेरे में है