जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए जापान पहुंचे प्रधान मंत्री मोदी, इन मुद्दों पर रहेगा जोर


जी-20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जापान के ओसाका पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी 20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बुधवार की रात रवाना हुए। जी 20 सम्मेलन में पीएम मोदी जलवायु परिवर्तन से लेकर आतंकवाद और प्रमुख वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा कर सकते हैं। जापान के ओसाका में होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी जिन देशों के साथ दस द्विपक्षीय वार्ता करेंगे वो हैं फ्रांस, जापान, इंडोनेशिया, अमेरिका और तुर्की। इसके साथ ही, ब्रिक्स यानि ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका और रिक यानि रूस-चीन-भारत के नेताओं के बीच बैठक होगी।


समाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर जानकारी दी कि पीएम मोदी जापान के ओसाका में जी 20 समिट में शिरकत करने के लिए पहुंच गए हैं।


G-20 सम्मेलन के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा- मैं अन्य वैश्विक नेताओं के साथ हमारी दुनिया के सामने मौजूद प्रमुख चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं। महिला सशक्तीकरण, डिजिटलाइजेशन और जलवायु परिवर्तन जैसी प्रमुख वैश्विक चुनौतियों का समाधान हमारी इस बैठक का मुख्य मुद्दा होगा।


पीएम मोदी ने एक और ट्वीट किया और उन्होंने बताया कि वह ओसाका पहुंच गए हैं। उनके ट्वीट के मुताबिक, जापान में भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।


दरअसल, जी-20 शिखर सम्मेलन 27-29 जून के बीच होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जापान में इस हफ्ते होने वाली G-20 बैठक के इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत कई विश्वनेताओं से मुलाकात करेंगे। इस दौरान व्यापार समेत कई मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने ट्रंप 27 जून को रवाना होंगे। भारत में हाल में हुए आम चुनावों के बाद मोदी और ट्रंप के बीच यह पहली मुलाकात होगी। ट्रंप ने फिर से प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी को फोन पर बधाई दी थी।


ये देश हैं जी20 का हिस्सा:
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका जी-20 के सदस्य हैं.