आइसीसी की तिमाही बैठक बुधवार को दुबई में मुख्य कार्यकारियों (सीईसी) की बैठक के साथ शुरू होगी जहां बीसीसीआइ सीईओ राहुल जौहरी के पत्र पर चर्चा होगी।
नई दिल्ली । अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) बुधवार को दुबई में होने वाली मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) बैठक के दौरान आगामी विश्व कप में सुरक्षा को लेकर भारत के संदेहों को दूर करने की कोशिश करेगी, लेकिन पाकिस्तान के संभावित बहिष्कार पर चर्चा होने की संभावना नहीं है। पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद मांग उठ रही है कि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ 16 जून को मैनचेस्टर में होने वाले मैच का बहिष्कार करना चाहिए।
इस मांग के जवाब में भारतीय क्रिकेट को संचालित कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) ने आइसीसी को पत्र लिखकर उन देशों का बहिष्कार करने का आग्रह किया था जो आतंकवाद के पोषक हैं, लेकिन इसमें पाकिस्तान का नाम नहीं लिया गया था। आइसीसी की तिमाही बैठक बुधवार को दुबई में मुख्य कार्यकारियों (सीईसी) की बैठक के साथ शुरू होगी, जहां बीसीसीआइ सीईओ राहुल जौहरी के पत्र पर चर्चा होगी। बीसीसीआइ ने इंग्लैंड में 30 मई से शुरू होने वाले विश्व कप के दौरान अपने खिलाडि़यों और अधिकारियों की सुरक्षा पर चिंता जताई है।
आइसीसी के कार्य से अवगत बीसीसीआइ के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि आइसीसी विश्व कप के लिए की गई सुरक्षा व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी देगी। यह सभी भागीदार देशों के लिए एक समान होगी और इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड हमेशा उच्च स्तर की व्यवस्था करता है, लेकिन आशंकाएं जताई गई हैं, इसलिए उन्हें दूर किया जाएगा। पता चला है कि आइसीसी के पाकिस्तान का बहिष्कार करने पर चर्चा करने की संभावना नहीं है, क्योंकि यह विकल्प नहीं है। आइसीसी की कई बैठकों का हिस्सा रहे इस अधिकारी ने कहा कि आइसीसी किसी देश को अन्य सदस्य देश से संबंध तोड़ने के लिए कहने की स्थिति में नहीं है। ऐसा करना सही नहीं होगा। यह कूटनीतिक मामला है जिससे सरकारी स्तर पर निपटा जाना चाहिए।
पाकिस्तान का बहिष्कार करने को लेकर पूर्व क्रिकेटर एकमत नहीं हैं। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली और सीनियर ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह चाहते हैं कि 16 जून का मैच रद्द कर देना चाहिए, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि अगर दोनों देशों का सामना सेमीफाइनल या फाइनल में होता है तो फिर क्या होगा। दूसरी तरफ सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर चाहते हैं कि भारत इस मैच में पाकिस्तान को हराए क्योंकि वॉकओवर का मतलब अपने चिर प्रतिद्वंद्वी को दो अंक देना होगा। कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने कहा कि सरकार जो भी फैसला करेगी टीम उसका पालन करेगी।
आइपीएल के दौरान होने वाले महिला टी-20 प्रदर्शनी मैचों का आयोजन प्लेऑफ के दौरान किया जा सकता है क्योंकि कार्यक्रम के अनुसार केवल यही समय खाली है।
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने पूर्व में कहा था कि मैचों का आयोजन शाम सात बजे से करवाया जा सकता है, ताकि अधिक से अधिक लोगों का ध्यान खींच सकें। बोर्ड के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि पिछले साल की तरह हमारे पास केवल प्लेऑफ के दौरान ही समय है, लेकिन काफी कुछ चुनाव की तिथियों पर निर्भर करता है। पिछले साल सुपरनोवा और ट्रेलब्लेजर्स के बीच मैच दोपहर बाद दो बजे शुरू हुआ था। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस मैच में कम दर्शक पहुंचे थे। इस मैच में हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, मेग लैनिंग, एलिस पैरी और सूजी बेट्स जैसी खिलाडि़यों ने हिस्सा लिया था और यह रोमांचक भी रहा था, लेकिन पुरुष आइपीएल प्लेऑफ से पहले खेले जाने के बावजूद लोगों ने इसमें कम दिलचस्पी दिखाई थी।